Hindi Kahaniyan: एक पर्वत के पास बकरियों का एक झुंड रहता था। वे सारा दिन हरी-हरी घास चरती रहतीं और रात को मजे से सोतीं। उसी गुफा के पास एक भेड़िया अपनी पत्नी के साथ रहता था। जब उन्होंने बकरियों को देखा तो वे बहुत खुश हुए। वे रोजाना एक या दो बकरियों को मार कर खा जाते। धीरे-धीरे एक को छोड़कर बाकी सारी बकरियां मारी गई।
बची हुई वह बकरी बहुत ही बुद्धिमान थी। वह जब भी भेड़ियों को आता देखती तो अपने आपको कहीं छिपा लेती। एक दिन भेड़िए ने अपनी पत्नी से कहा कि उन्हें उस बकरी को भी मार डालना चाहिए। लेकिन वह बकरी इतनी चालाक थी कि उनके हाथ ही नहीं आ रही थी। भेड़िया अपनी पत्नी से बोला, “मैं अपनी गुफा के सामने मरने का नाटक करूंगा। तुम उसके पास जाओ और उसे बुला कर लाओ। मुझे पूरा विश्वास है कि वह तुम्हें दिलासा देने जरूर आएगी। और जब वह यहां आएगी तो मैं उसे मार गिराऊंगा।”
Hindi Kahaniyan
यह सुनते ही भेड़िए की पत्नी बकरी को बुलाने चली गई। वह बकरी से मधुर स्वर में बोली, “कृपा करके मेरी सहायता करो। मेरे पति मर गए हैं। उनका अंतिम संस्कार करने में मेरी सहायता करो। बकरी भी इतनी आसानी से उसकी बातों में नहीं आने वाली थी। लेकिन अंत में वह अपनी गुफा से निकली और बोली, “ठीक है। तुम आगे चलो, मैं तुम्हारे पीछे आती हूं।” बकरी उसके पीछे-पीछे चलने लगी।
भेड़िया बहुत देर से मरने का ढोंग करके अपने घर के बाहर पड़ा हुआ था। उसने जैसे ही यह देखने के लिए गर्दन उठाई कि उसकी पत्नी बकरी को ला रही है या नहीं, बकरी ने उसे देख लिया और वह दौड़ कर वापस अपनी गुफा में छिप गई। ‘अरे मूर्ख, ” भेड़िए की पत्नी चिल्लाई, “तुम आराम से लेटे नहीं रह सकते थे? मैं एक बार और कोशिश करती हूं। शायद वह फिर से मेरी बातों में आ जाए। लेकिन इस बार तुम कोई मूखों वाली हरकत मत करना।” इतना कह कर वह दोबारा बकरी को लेने चली गई।
अरे मेरी प्यारी सहेली! तुम तो जादूगर हो। तुम्हें देखते ही मेरे पति में थोड़ी सी जान आ गई थी। मैं चाहती हूं कि तुम एक बार फिर से मेरे साथ चलो ताकि मेरे पति को दोबारा जीवन मिल जाए. भेड़िए की पत्नी ने निवेदन किया। बकरी भी होशियार थी। वह अच्छी तरह से जानती थी कि दोनों भेड़िए उसे फुसलाने की कोशिश कर रहे हैं। वह अंदर से बोली, “ठीक है। मैं जरूर आऊंगी। लेकिन मैं अपने साथ अपने दोस्तों को भी ले कर आऊंगी। वे भी तुम्हारे काम आएंगे।”
तुम्हारे दोस्त कौन हैं?” भेड़िए की पत्नी ने पूछा। ” दो शिकारी कुत्ते और एक बड़ा कुत्ता। वे थोड़ी ही देर में यहां आते होंगे,” बकरी ने जवाब दिया। बेचारी भेड़िए की पत्नी तो यह बात सुनते ही कांपने लगी दो शिकारी कुत्ते और एक बड़ा कुत्ता! वह सरपट अपने पति की ओर दौड़ी और हांफते हुए बोली, “जल्दी भागो यहां से। वह बकरी शिकारी कुत्तों को ले कर आ रही है।
ये भी पढ़ें- Hindi Kahaniyan: होशियार राजा
इससे पहले कि वे हमारे टुकड़े-टुकड़े कर डालें, यहां से भाग चलो।” भेड़िया और उसकी पत्नी जान बचाने के लिए तेजी से भागे। बकरी मुस्कराने लगी।
निष्कर्ष (Conclusion)
अगर जीवन मे कुछ भी सीखना चाहते है, प्रेरणा लेना चाहते है, तो छोटी से छोटी चीजों जैसे सुई से भी सीख ले सकते है।